Dil ki awaaz
तन्हा होती हूँ जब अक्सर
खुद से ही बातें किया करती हूँ
इस अँधेरी सी रात में
रौशनी ढूंढा करती हूँ
थोड़ा मुस्कुराती थोड़ा गुनगुनाती...
खुद से ही बातें किया करती हूँ
इस अँधेरी सी रात में
रौशनी ढूंढा करती हूँ
थोड़ा मुस्कुराती थोड़ा गुनगुनाती...