...

9 views

मैं तुम्हें पढ़ना चाहती हूं
शीर्षक- तुम्हें पढ़ना चाहती हूँ



शब्दों से मूरत तेरी गढ़ना चाहती हूं
अर्थ बना तुझे ही समझना चाहती हूं
मैं तुम्हें पढ़ना चाहती हूं
खुले आसमां तरह तुम छाए हो मुझपे
मैं चादर बन तुझसे लिपटना चाहती हूं
मैं तुम्हें पढ़ना चाहती हूं...