9 views
"काव्य साहित्य की अमिट छाप सहचित्र"
तू है तो कायनात है
कायनात हैं तो पाने की चाह हैं
पाने की चाह है तो जीवन का उद्देश्य है
जीने का उद्देश्य है तो जीवन सफल हैं...
तू है तो कविता है
कविता है तो रस,श्रृंगार,अलंकार है
मेरे हृदय तृष्णा की पुकार है
मेरे "काव्य साहित्य की अमिट छाप सहचित्र" हैं...
© SunitaShaw
कायनात हैं तो पाने की चाह हैं
पाने की चाह है तो जीवन का उद्देश्य है
जीने का उद्देश्य है तो जीवन सफल हैं...
तू है तो कविता है
कविता है तो रस,श्रृंगार,अलंकार है
मेरे हृदय तृष्णा की पुकार है
मेरे "काव्य साहित्य की अमिट छाप सहचित्र" हैं...
© SunitaShaw
Related Stories
10 Likes
5
Comments
10 Likes
5
Comments