लहजा तेरे बोलने का।
तुम्हें बोलना पसंद था
अब अकसर चुप रहती हो।
हमसे बात ना करो
चुप सी कहते हो।
कुछ बदला हुआ अंदाज तेरा
मेरे दिल को टटोलने का।
मुझे भी समझ आने लगा है
लहजा तेरे बोलने का।
अगर तुम नाराज होते
तो शायद हम कामयाब होते तुम्हें मनाने में
पर तुमने...
अब अकसर चुप रहती हो।
हमसे बात ना करो
चुप सी कहते हो।
कुछ बदला हुआ अंदाज तेरा
मेरे दिल को टटोलने का।
मुझे भी समझ आने लगा है
लहजा तेरे बोलने का।
अगर तुम नाराज होते
तो शायद हम कामयाब होते तुम्हें मनाने में
पर तुमने...