जिंदगी
गुलशन ए बहार जिंदगी तेरा क्या कहना,
कभी रुलाती है, तो कभी हसाती है
हर बार कुछ नए रंग दिखाती है|
कुछ बिछड जाते है, कुछ मिल जाते है|
महीने गुजर जाते है , साल बीत जाते है।
क्या कहूँ तुझे , मैं तेरे रंग देख कर हैरान हूं
...
कभी रुलाती है, तो कभी हसाती है
हर बार कुछ नए रंग दिखाती है|
कुछ बिछड जाते है, कुछ मिल जाते है|
महीने गुजर जाते है , साल बीत जाते है।
क्या कहूँ तुझे , मैं तेरे रंग देख कर हैरान हूं
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