लम्हा...
सुनो प्रिये
दुनिया की हर रस्म
तोड़ी जा सकती है
मगर ये जो बूंद बूंद समय की
बचा कर, ...
दुनिया की हर रस्म
तोड़ी जा सकती है
मगर ये जो बूंद बूंद समय की
बचा कर, ...