"कोई अजनबी तो नहीं हम...!!!"
दुनिया के ख़त्म होने से ठीक पहले,
मैं तुम्हारी दहलीज़ पर खड़े होकर,
तुम्हारा नाम धीरे धीरे पुकारूंगा,
ताकि उसे सिर्फ़ तुम सुन सको,
मैं नहीं चाहता हूँ कि कोई ग़ैर,
उन अंतिम क्षणों में भी ये जान सके,
की मैं...
मैं तुम्हारी दहलीज़ पर खड़े होकर,
तुम्हारा नाम धीरे धीरे पुकारूंगा,
ताकि उसे सिर्फ़ तुम सुन सको,
मैं नहीं चाहता हूँ कि कोई ग़ैर,
उन अंतिम क्षणों में भी ये जान सके,
की मैं...