...

4 views

आराम से चलो
आराम से चलो
गिरने का डर नहीं सताएगा
होले से बढ़ो
डगमगाने का भय नहीं खाएगा
शांति से सोचो
विचारों का ज़ख़ीरा उफ़नाएगा
प्रेम से बोलो
संसार गले से लगाएगा
सत्य से जुड़ो
चेहरे का नूर बढ़ जाएगा
ईमानदारी अपनाओ
आत्मिक स्तर गहराएगा
शब्दों को तोलो
जीवन मिठास भर जाएगा
एहसास को संजो लो
प्रेम आगाज़ हो जाएगा
नेक पहल गर करो
प्रभु से तार जुड़ जाएगा ‌।

ज्योति महाजन ✍️
© All Rights Reserved