...

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खिलौनों का संसार
सुनो प्रिय,
प्यार में तुमने कई बार दिया है
मुझे गुलाब,हार और उपहार
पर इस बार तुमसे बस इतना है इसरार,
तुम मत लाना मेरे लिए कोई ’दिवस विशेष टैडी बियर’
ना कोई और उपहार
इस बार जब तुम आना
लाना फुटपाथ पर मिट्टी में सने
डब्बे, प्लास्टिक और कंकड़ों से
खेलते बच्चों के लिए
कुछ नर्म मुलायम
हंसते –मुस्कुराते, टैडी बियर, बंदर, मोर
या चाबी से चलने वाले गुड्डे– गुड़िया,
रेल गाड़ी या नन्हें नन्हें पहियों वाली साइकिल
फिर हम देखेंगे उनके गालों पर खिलता गुलाब
होठों पर चॉकलेटी मुस्कान
आंखों में चमकते सितारे और
खिलखिलाता बचपन
हम मिल कर देंगे उन्हें
आलिंगन, चुम्बन और
बेघर, बेसहारा, बच्चों को
सुंदर खिलौनों का संसार
ऐसे ही हम मनाएंगे प्रेम का ये त्यौहार
सुनो प्रिय,
सिर्फ रस्मों को निभाने के लिए
तुम मत लाना मेरे लिए कोई उपहार
© Ranjana Shrivastava
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