...

4 views

जिंदगी ये मेरी
जिंदगी ये मेरी कैसी आँख मिचौली खेल रही है मेरे साथ, एक पल खुशियां देती है,अपनों का साथ देती है,तो अलगे ही पल तन्हाई,उदासी और ग़मो का साया, सब कहते है हमारी ये जिंदगी वैसे ही बनती है जैसी हम इसे बनाना चाहते है, पर मुझे तो कभी अपनी ये जिंदगी खुल कर खुद से जीने का,खुद से अपनी इस जिंदगी का कोई भी फैसला लेने का हक मिला ही नहीं, मुझे अपनी ये जिंदगी मिली भी तो बस घर की इन चार...