कहां हो भगवान?
कहां हो भगवान,क्यों छुप कर इतनी परीक्षा लेते हो?
मैंने देखा हर तरफ पर तुम मुझे दिखाई नहीं देते हो।
कितना दुख है चारों तरफ तुम तो ये सब समझते हो,
सब कुछ जानते हुए भी क्यों तुम अनजान बनते हो?
तुमने कहा था कि जब जब अधर्म बढ़ेगा तुम आओगे,
मुझे यकीन था तुम अपना ये वादा ज़रूर निभाओगे।
पर अब तक तुम आए नहीं...