"धुएँ में छुपा दर्द"
उसकी उँगलियों में थमी सिगरेट जल रही थी,
जैसे हर कश के साथ उसकी रूह गल रही थी।
धुएँ के घेरों में वो खुद को ढूँढ़ रही थी,
पर भीतर कहीं खोई हुई लग रही थी।
उसकी आँखों में दर्द की लकीरें थीं गहरी,
जिनमें दबे हुए थे कुछ टूटे ख्वाब, कुछ अधूरी कहानी।
साँसों में घुला था वो जहर, जो राहत...
जैसे हर कश के साथ उसकी रूह गल रही थी।
धुएँ के घेरों में वो खुद को ढूँढ़ रही थी,
पर भीतर कहीं खोई हुई लग रही थी।
उसकी आँखों में दर्द की लकीरें थीं गहरी,
जिनमें दबे हुए थे कुछ टूटे ख्वाब, कुछ अधूरी कहानी।
साँसों में घुला था वो जहर, जो राहत...