तेरी ऑखे
ज़िक्र तेरा बातों में होने लगा है
तेरा हर ख्वाब आँखों में रहने लगा है
सोचता हू हर पल बस अब तेरे ही बारे में
कैसे कहूँ मुझे इश्क़ अब...
तेरा हर ख्वाब आँखों में रहने लगा है
सोचता हू हर पल बस अब तेरे ही बारे में
कैसे कहूँ मुझे इश्क़ अब...