श्रोता
सुनने वाला अच्छा बनना है,
सब कहते हैं, यही सिखना ै।
जब सुनने वाला खुद को पाया,
सिर्फ सुनता हूँ, यही पाया।
मेरे लिए कोई सुनने वाला नहीं,
कहानी मेरी सुनने वाला कहीं नहीं।
सुनते-सुनते थक गया हूँ मैं,
अब सुनने वाला खोज रहा हूँ मैं।
हँसी की बात ये है प्यारी,
सबको सुनने की बारी-बारी।
पर मेरी आवाज़ कहीं खो गई,
सुनने की चाहत अधूरी रह गई।
© @SASWOTI
सब कहते हैं, यही सिखना ै।
जब सुनने वाला खुद को पाया,
सिर्फ सुनता हूँ, यही पाया।
मेरे लिए कोई सुनने वाला नहीं,
कहानी मेरी सुनने वाला कहीं नहीं।
सुनते-सुनते थक गया हूँ मैं,
अब सुनने वाला खोज रहा हूँ मैं।
हँसी की बात ये है प्यारी,
सबको सुनने की बारी-बारी।
पर मेरी आवाज़ कहीं खो गई,
सुनने की चाहत अधूरी रह गई।
© @SASWOTI