...***वो और मैं ***...
वो कहती है,
एक लड़की को महफिल में मशहूर कर वो खुद को शायरबाज समझता है,
उस लड़की पर क्या गुजरती होगी सुनकर ऐसी बातें, वो ये नहीं सोचता है।
क्या कसूर था उस लड़की का..." जो बस मना किया उसने"
अब इस तरह मशहूर कर कहता है वो...
एक लड़की को महफिल में मशहूर कर वो खुद को शायरबाज समझता है,
उस लड़की पर क्या गुजरती होगी सुनकर ऐसी बातें, वो ये नहीं सोचता है।
क्या कसूर था उस लड़की का..." जो बस मना किया उसने"
अब इस तरह मशहूर कर कहता है वो...