जोकर
यूं जोकर बनकर कब तक हंसाओगे।
अपने मन के दुख को कब तक यूं ही छुपाओगे।
इस झूठी हंसी से लोगो को कब तक बहलाओगे।
वक़्त रहते संभल जाओं
वरना उम्र भर यूं ही पछताओगे।
अपने मन के दुख को कब तक यूं ही छुपाओगे।
इस झूठी हंसी से लोगो को कब तक बहलाओगे।
वक़्त रहते संभल जाओं
वरना उम्र भर यूं ही पछताओगे।
Related Stories