...

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दिल छोटा नहीं करते फ़किरा!
" दिल छोटा नहीं करते
K जो अपने नहीं वह अक्सर
कहीं न कहीं कभी न कभी
छुट जाया ही करते हैं फ़किरा
आज गम की गुमशुदगी में
अफसोस कर के कोई f#@kira
जो ढुंढ रहा है आज कोई फ़रिश्ता
उसे पता नहीं वह सामान ऐ बजार
कोई औकात ऐ उल्फत की कीमत
भरोसा कोई होता नहीं!
दिल छोटा नहीं करते f#@kira
इस दिल का तो एक दिन वैसे भी,
पता- नहीं!
Guarantee भी कोई Doctor _____________कहां लेता है!
रीवाज ही जहां कोई हो चेहरे बदलने की
अपना कोई क़रीब हो कर भी फिर कोई फ़किरा
अपना वह भला-बुरा कहने वाला फिर फ़रिश्ता
अपना वह फिर कहां मिलता है
दिल छोटा न कर फ़किरा K
आज तक जो जिसने भी जैसा बोया हैं
उसने वो ठिक वैसा ही उन f#@किरों ने,
__________पाया और काटा- है !
यह मौसम ऐ मोहब्बत है फ़किरा
एक दिन वैसे भी इसे
_____________ बदल, जाना- है!
K दोस्त मेरा बचपन का कहता है
J कुछ पाने के लिए f#@kira
कुछ खोना नहीं बल्कि फ़किरा
______सुन कुछ 'बोना' पड़ता है!
और उस बौने ऐ बीज़ को एक दिन
सुन यह भी सत्य है फ़किरा
K एक दिन उस फ़रिश्ते को भी
मिट्टी में फिर से f#@ kira
औकात हैसियत रिश्ते नातों का कोई
इस नर्क ऐ नाटक में अदाकारा
Role कोई fore-play f#@ kira
इस किराएदार ऐ किरदार को भी एक दिन
__________________मिलना ही पड़ता है!























to be continue
by
© F#@KiRa BaBA