Dear Zindagi: I know thy experience this year!!
ना जाने कितने परिवार बिखर गये,
ना जाने कितनों के अपने गुज़र गये ,
इस साल कुछ खुद को संभाल गये ,
तो कुछ खुद से ही बिछड़ गये।।
ये साल बड़ा अजीब था
कोई भी तो ना करीब था
मुझसे पुछो तो मेरे लिये
ये साल
एक बड़ा सीख था।।
इस कलयुग के जमाने में ,
विश्वास और भरोसा भी एक जरिया हैं
कमाने में,
अच्छा और बुरा तो बस एक नज़रिया हैं,
इस जाल में इतना भी ना डूबो
ये खेलने का बस एक गहरा दरिया हैं,
ये दुनिया जैसे हमें दिखायी जाती
असल में ...
ना जाने कितनों के अपने गुज़र गये ,
इस साल कुछ खुद को संभाल गये ,
तो कुछ खुद से ही बिछड़ गये।।
ये साल बड़ा अजीब था
कोई भी तो ना करीब था
मुझसे पुछो तो मेरे लिये
ये साल
एक बड़ा सीख था।।
इस कलयुग के जमाने में ,
विश्वास और भरोसा भी एक जरिया हैं
कमाने में,
अच्छा और बुरा तो बस एक नज़रिया हैं,
इस जाल में इतना भी ना डूबो
ये खेलने का बस एक गहरा दरिया हैं,
ये दुनिया जैसे हमें दिखायी जाती
असल में ...