बेडियाँ
सँभाल रखी है मैने
अपने साथ की
कुछ घडियाँ
उन्होंने धीरे से तोडी
पर मैंने संजोई है
कुछ कडियाँ
थोडी ही देर पर जो खूब बही
उनकी बातों की लणीयाँ
बेझिझक
कुछ भी बोलने का हुनर
सब में समजा करे
खुदको बढियाँ
हम देख रहे तमाशे उनके चुपचाप
हमसाया कहनेवाले
आज समज रहे रिश्ते को बेडियाँ।।
सौम्यसृष्टि
© Somyashrusti
अपने साथ की
कुछ घडियाँ
उन्होंने धीरे से तोडी
पर मैंने संजोई है
कुछ कडियाँ
थोडी ही देर पर जो खूब बही
उनकी बातों की लणीयाँ
बेझिझक
कुछ भी बोलने का हुनर
सब में समजा करे
खुदको बढियाँ
हम देख रहे तमाशे उनके चुपचाप
हमसाया कहनेवाले
आज समज रहे रिश्ते को बेडियाँ।।
सौम्यसृष्टि
© Somyashrusti