प्रीत
प्रतिक्षा
स्थिर तन चंचल मन
अडिग प्रतिक्षा की लगन
शम्भू जैसे पाने को गौरा संग
राधा ज्यों कान्हा की धुन में मगन
सिया ज्यों तकती राह रघुवर की
मैं भी दीवानी यूं...
स्थिर तन चंचल मन
अडिग प्रतिक्षा की लगन
शम्भू जैसे पाने को गौरा संग
राधा ज्यों कान्हा की धुन में मगन
सिया ज्यों तकती राह रघुवर की
मैं भी दीवानी यूं...