पिता का साथ
पिता का साथ है तो
हर मुश्किल सवाल
का हल तुरन्त मिल जाएगा!
सूनी है डगर तेरी आज तो पापा
के साथ से हर
सफ़र सफ़ल हो जाएगा!!
मैं हूँ कटी पतंग तो,पापा है
उसकी मजबूत डोर अब
तो किनारा मिल जाएगा,
उंगली पकड़ ली है पापा की
तो हर मंजिल पे मेरे नाम
का झंडा लहराएगा!!
आँखों में प्यार का सागर लिए,
हरदम फटकार लगाते इनके नक्शे
कदम पर चल कर सफलता का
मुक़ाम मिल ही जाएगा!!
जब भी पड़ी...
हर मुश्किल सवाल
का हल तुरन्त मिल जाएगा!
सूनी है डगर तेरी आज तो पापा
के साथ से हर
सफ़र सफ़ल हो जाएगा!!
मैं हूँ कटी पतंग तो,पापा है
उसकी मजबूत डोर अब
तो किनारा मिल जाएगा,
उंगली पकड़ ली है पापा की
तो हर मंजिल पे मेरे नाम
का झंडा लहराएगा!!
आँखों में प्यार का सागर लिए,
हरदम फटकार लगाते इनके नक्शे
कदम पर चल कर सफलता का
मुक़ाम मिल ही जाएगा!!
जब भी पड़ी...