जिन्दगी
ज़िन्दगी
एक ऐसी उम्मीद जिसके पास हम सब एक नई तलाश
पता नहीं ये उम्मीद मिल जाती या नहीं
लाखो दूर सपनों के लिए एक पूरी दुनिया
अपनों से दुर मां- बाब दोस्त अपने के उम्मीद
लगता है उनको भी कुछ उम्मीद है हमारे ऊपर
देखा है काई लाग दम तोर देते है जिंदगी को जरा सा बेहतर बनाने में
पर किसी को असानी से मिल जाती है इन सपनों को।
हजारों लोग मिलते हैं जिंदगी के रास्ते पर
साब का अपना-अपना हालत और फिर भी कुछ उम्मीद है
फिर ये जिंदगी क्यों सताती हो इतना हमे
फिर भी तुमे पाने वाला कहते जिंदगी कुछ भी नहीं
कुछ भी नहीं फिर...
एक ऐसी उम्मीद जिसके पास हम सब एक नई तलाश
पता नहीं ये उम्मीद मिल जाती या नहीं
लाखो दूर सपनों के लिए एक पूरी दुनिया
अपनों से दुर मां- बाब दोस्त अपने के उम्मीद
लगता है उनको भी कुछ उम्मीद है हमारे ऊपर
देखा है काई लाग दम तोर देते है जिंदगी को जरा सा बेहतर बनाने में
पर किसी को असानी से मिल जाती है इन सपनों को।
हजारों लोग मिलते हैं जिंदगी के रास्ते पर
साब का अपना-अपना हालत और फिर भी कुछ उम्मीद है
फिर ये जिंदगी क्यों सताती हो इतना हमे
फिर भी तुमे पाने वाला कहते जिंदगी कुछ भी नहीं
कुछ भी नहीं फिर...