मन कहीं और था
मन कहीं और था
पर रिश्ते निभाती रही मैं ,
दर्द दिल में लिए मुस्कुराती रही मैं ,
सब करते रहें तारिफ मेरे...
पर रिश्ते निभाती रही मैं ,
दर्द दिल में लिए मुस्कुराती रही मैं ,
सब करते रहें तारिफ मेरे...