पुरुष
पुरुष कभी दिखाते नहीं,
दर्द छिपाकर रखते है,
जभी पूछो कैसे हो,
ठीक हैं हमेशा यही कहते है,
शायद अंदर ही अंदर कितना सहते हैं,
वो बिल्कुल खुश है,
ऐसी झूठी...
दर्द छिपाकर रखते है,
जभी पूछो कैसे हो,
ठीक हैं हमेशा यही कहते है,
शायद अंदर ही अंदर कितना सहते हैं,
वो बिल्कुल खुश है,
ऐसी झूठी...