Khel Hai Muralidhar ka
किसी को खोना या पाना
यह खेल है मुरलीधर का
किसी का होते हुए रह जाना
यह खेल है मुरलीधर का
उसकी लीला वही जाने क्योंकि वही बनाता और मिटाता है
सच्ची भक्ति को कभी वह अनदेखा नहीं...
यह खेल है मुरलीधर का
किसी का होते हुए रह जाना
यह खेल है मुरलीधर का
उसकी लीला वही जाने क्योंकि वही बनाता और मिटाता है
सच्ची भक्ति को कभी वह अनदेखा नहीं...