...

11 views

जीवन पर्यन्त
जीवन पर्यन्त लुभाऊंगा,
मै तुमको रोज सताऊंगा,
अश्रु धारा के गिरने पर,
मै टूट के बिखर जाऊंगा,
जीवन पर्यन्त लुभाऊंगा,
मै तुमको रोज सताऊंगा,
ना लोभ है ना स्वार्थ है,
मेरा प्रेम जो है निस्वार्थ है,
सजो को अपने हृदय को मै,
तुझमे तो मै सिमट जाऊंगा,
जीवन पर्यन्त लुभाऊंगा,
मै तुमको रोज सताऊंगा।
© Ambuj Pathak