मुक्ति
छोड़ आई मैं वो राहें
जो दिखने में तो पक्की सड़क थीं
पर असल में दलदल से कम न थीं...
छोड़ आई मैं वो आदम
जिसे मेरे प्रेम, समर्पण और...
जो दिखने में तो पक्की सड़क थीं
पर असल में दलदल से कम न थीं...
छोड़ आई मैं वो आदम
जिसे मेरे प्रेम, समर्पण और...