...

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panne palto kuch padhkar dekho...
पन्ने पलटो कुछ पढ़ कर देखो,
हो नया दिन तो कुछ नया कर
कर देखो,
आसमान के सामने बाहेँ ना फेलाओ,
मुठी मैं रेत भरकर देखो,
जब औकात ऊँची लगने लगे
कब्रिस्तान से गुज़र कर देखो
हाथ ना बढ़ाओ किसी की और
अकेले चलकर देखो
मंज़िले करीब होती जाएंगी
सफर मैं तुम अपनी जान तो भर कर देखो
कोई मांगता दिखे कहीं
उसे भी आँख भर कर देखो
पन्ने पलटो कुछ नया पढ़ कर देखो,
राजा के देख लिए सारे रंग फीके लगे मुझे
सिपाही के साथ कभी चल कर देखो,
फूलों नें दिए बहुत दर्द,
आज...