...

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प्यार क्यों बढ़ता जाता है
ना सीखा कभी प्यार करना असर तुम्हारा लगता है
तुम्हारे अलावा कोई देखना ना जचता है
ना जाने कहा से इतना प्यार उमड़ तुम पर आता है
हर वक्त ये मन तुम्हे क्यों गुनगुनाता है
ना कल का पता ना पाने की उम्मीद फिर भी ये प्यार क्यों बढ़ता जाता है
हाथ पकड़ने से भी दिल ये धड़कन बढ़ाता है
मन मेरा हर पल तुम्हारा एहसास याद दिलाता है
रातों में नींद का रास्ता भी भटक जाता है
बारिश की भीनी खुशबू सा मुझे बेचैन बनाता है
ये प्यार क्यों बढ़ता जाता है
क्यो बढ़ता जाता है।
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अंजली राजभर