कैसे खेलूं होली
तेरे बिन सूना ये मन मेरा ओ रे पिया
कैसे खेलूं होली ना लगे है मेरा जिया
जैसे वृंदावन और अवध की भी होली फीकी
क्योंकि श्याम बिन राधा और राम बिन सिया
कैसे खेलूं होली ना लगे है मेरा जिया
हर तरफ लगा है रंगों का मेला
पर तेरी यादों...
कैसे खेलूं होली ना लगे है मेरा जिया
जैसे वृंदावन और अवध की भी होली फीकी
क्योंकि श्याम बिन राधा और राम बिन सिया
कैसे खेलूं होली ना लगे है मेरा जिया
हर तरफ लगा है रंगों का मेला
पर तेरी यादों...