बोलो, मैं तुमसे प्यार कैसे नहीं करती,
बोलो ,मैं तुमसे प्यार कैसे नहीं करती
जब तुम बातों बातों मैं मेरी ख़ूबसूरती का नहीं
मेरे जज्बातों का ज़िक्र करने लगे हो
मेरी टूटे हुए दिल को जुड़ने के बजाय
तुम उन्ही टुकडो मैं ही मरने लगे हो
तो बोलो ,मैं तुमसे प्यार कैसे नहीं करती
जब तुम मेरे पास भागते हुए आते हो
सिर्फ मुझे सुनने के लिए...
जब तुम बातों बातों मैं मेरी ख़ूबसूरती का नहीं
मेरे जज्बातों का ज़िक्र करने लगे हो
मेरी टूटे हुए दिल को जुड़ने के बजाय
तुम उन्ही टुकडो मैं ही मरने लगे हो
तो बोलो ,मैं तुमसे प्यार कैसे नहीं करती
जब तुम मेरे पास भागते हुए आते हो
सिर्फ मुझे सुनने के लिए...