मन नही लगता
मन नहीं लगता तुम बीन कहो तो डोली बारात लाऊँ
संग अपने तुझे अपनी दुल्हनियाँ बना अपने घर ले जाऊँ
ना होगी नाराज़गी किसी बात की ना ही होगा शक मुझपे
रहोगी संग तुम मेरे तो कैसा हूँ मैं यह भी तुम जान जाओगी
सारे शिकवे गिले भूल कर करोगी मुझपे मोहब्बत की बरसात
जब पुकारेगा हर कोई तुझको,भरी महफ़िल में मेरे ही नाम से
तो होगी ख़ुशी तुम्हें बहुत, बनकर हिस्सा मेरे जीवन का
मैं तो समर्पण कर दूँगा ख़ुद को,पत्नी पाकर तुम्हें सौभाग्य से
संग अपने तुझे अपनी दुल्हनियाँ बना अपने घर ले जाऊँ
ना होगी नाराज़गी किसी बात की ना ही होगा शक मुझपे
रहोगी संग तुम मेरे तो कैसा हूँ मैं यह भी तुम जान जाओगी
सारे शिकवे गिले भूल कर करोगी मुझपे मोहब्बत की बरसात
जब पुकारेगा हर कोई तुझको,भरी महफ़िल में मेरे ही नाम से
तो होगी ख़ुशी तुम्हें बहुत, बनकर हिस्सा मेरे जीवन का
मैं तो समर्पण कर दूँगा ख़ुद को,पत्नी पाकर तुम्हें सौभाग्य से