मोरा पीय
मोरा पीय मोह से बोलत नाहीं।
जाने न काहे रूठे बैठे हैं, घुंघट पट खोलत नाहीं।
सोरह श्रृंगार, सजाई सेजरिया, पर मुंह फेरत नाहीं।
नैनन मे भरी-भरी कजरवा, तनिको पर चितवत नाहीं।
हाथ में...
जाने न काहे रूठे बैठे हैं, घुंघट पट खोलत नाहीं।
सोरह श्रृंगार, सजाई सेजरिया, पर मुंह फेरत नाहीं।
नैनन मे भरी-भरी कजरवा, तनिको पर चितवत नाहीं।
हाथ में...