मां
शब्द नहीं मेरे पास कहने को
तेरे बारे में क्या कहूं मां
जितना लिखूं , उतना कम है मां
बचपन से लेकर आज तक
चलना सिखाया है तूने
सच्चे दोस्त के तरह
हर कदम साथ निभाया है तूने
मां मुझे वो दिन याद है -
जब मैं स्कूल जाया करती थी
टिफीन ले जाने से इंकार करती थी
जबरदस्ती तू मेरे हाथों में टिफिन थमा देती...
तेरे बारे में क्या कहूं मां
जितना लिखूं , उतना कम है मां
बचपन से लेकर आज तक
चलना सिखाया है तूने
सच्चे दोस्त के तरह
हर कदम साथ निभाया है तूने
मां मुझे वो दिन याद है -
जब मैं स्कूल जाया करती थी
टिफीन ले जाने से इंकार करती थी
जबरदस्ती तू मेरे हाथों में टिफिन थमा देती...