सोचा था.....
सोचा था...
कि हम वो ऊँचाई हासिल करेंगे..
वो ऊँचाई हासिल करेंगे कि कोई
हमारे जितना ऊंचा न हो सकेगा
मगर...
फिर सोचा कि
अगर कोई हमारे जितना ऊंचा
ही न हो सकेगा तो हम
ऊँचाई हासिल किसके लिए करेंगे?
किसे खुश करेंगे जब
हम अकेले रह जाएंगे
और...
जब हम ही अकेले रह जाएंगे
तो खुद ही खुश केसे रहेंगे।
।।
।।
कामयाबी जरूरी है मगर उस कामयाबी को पाने में अपनों को खोना...
कभी नहीं।।
© Carmilla.m.i
कि हम वो ऊँचाई हासिल करेंगे..
वो ऊँचाई हासिल करेंगे कि कोई
हमारे जितना ऊंचा न हो सकेगा
मगर...
फिर सोचा कि
अगर कोई हमारे जितना ऊंचा
ही न हो सकेगा तो हम
ऊँचाई हासिल किसके लिए करेंगे?
किसे खुश करेंगे जब
हम अकेले रह जाएंगे
और...
जब हम ही अकेले रह जाएंगे
तो खुद ही खुश केसे रहेंगे।
।।
।।
कामयाबी जरूरी है मगर उस कामयाबी को पाने में अपनों को खोना...
कभी नहीं।।
© Carmilla.m.i