नाराज़गी
कुछ नाराज़, बेमिजाज़
कोने में मौन बैठी वो,
थोड़ी ठिठोली से मैंने भी कहा,
ज्यादा दिल न जला
सूख...
कोने में मौन बैठी वो,
थोड़ी ठिठोली से मैंने भी कहा,
ज्यादा दिल न जला
सूख...