उनके लिए लिखते थे
उनके लिए लिखते थे उन ही को रास ना आएं...
हम भी ना हंसे आज तक सुना है वो भी ना मुसकराये...
दूर खड़े देखते रहे आज उनको'
और हाल पूछने के लिए वो भी पास ना आएं
© Abhishek
हम भी ना हंसे आज तक सुना है वो भी ना मुसकराये...
दूर खड़े देखते रहे आज उनको'
और हाल पूछने के लिए वो भी पास ना आएं
© Abhishek
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