हम झील किनारे जा बैठे
कभी वक्त मिले तो अजाओ
हम झील किनारे जा बैठे
तुम अपनी सुख की बाते करना
हम अपने दुख की बात करे
और उन लम्हों की बात करे
जो संग तुम्हारे बीत गए
हम शहर के आवारा वासी
तुम चांद सितारों के मालिक
कभी वक्त मिले तो आ जाओ...
हम झील किनारे जा बैठे
तुम अपनी सुख की बाते करना
हम अपने दुख की बात करे
और उन लम्हों की बात करे
जो संग तुम्हारे बीत गए
हम शहर के आवारा वासी
तुम चांद सितारों के मालिक
कभी वक्त मिले तो आ जाओ...