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Dear Parents ( प्यारे माता-पिता)
रंग-बिरंगी इस दुनिया  से ,
हमारा परिचय कराते  हैं वह,,
देकर जन्म हमें हर फर्ज निभाते हैं वह।।

अनगिनत कष्ट उठातें वह,
हमें अक्ल आने तक,और फिर सम्भल जाने तक ,,
जब कभी लड़खड़ाते हम  ।
हर कदम पर  हाथ-थामे नजर आते हैं, वह ।।

अनगिनत उपकार होते हैं,  उनके बच्चों पर ,,
जिन्हें चाहें तो हम भुला दें, या थोड़ा समझकर  ।
उनसे सीखते हुए, सँवर जाएँ हम।।

थोड़ा सा  कृतज्ञ होकर ,
आंखों में सम्मान, हाथों को जोड़कर ,,
श्रद्धा पूर्वक नतमस्तक होकर ,,,
जो चाहें  वो  मांग लो।
मुकद्दर से मिले या ना  भी मिले,
उनके आशीर्वाद से सब मिले,जो चाहें  हम।।

पत्थर की  मूर्तियों  को रोज ही  पूजते ,
हर दर पर  खुदा को  ढूंढते ,,
श्रद्धा से माता-पिता के चरणों को  ,
सुबह-शाम  जो   छू  लें।
धरती पर  ही जन्नत मिल जाये हमें।।

कुछ करें  या ना करें,
उनसे  दो मीठे बोल ,अवश्य बोलें,,
अपनी छण-भर की खुशियों के लिये
उनके उम्र -भर  के  प्यार को ना भूलें।।

वृद्ध  और असमर्थ  हो जाये  जब वह,
उनकी लाठी का सहारा बन  जाएं,,
उन्हें  एहसास  कराएं हर-दम  ,,,
कल वह  सहारा थे  हमारा   ।
आज उन्हें सम्भाल लेंगे हम ।।

है जो हमारा ,उनका ही है आशीर्वाद ,
दाता हैं वह हमारे उन्हें क्या दे सकते हैं  हम,,
बस प्यार  के  कुछ मीठे बोल, और थोड़ी सी सेवा।
उनकी  मुश्कुराहट और ममता का आँचल ,
जिसमें सिमट जाता है संसार।
🙏🙏🙏🙏
(Love & respect your parents and take -care when they have your need )


© Rishav Bhatt