Dear Parents ( प्यारे माता-पिता)
रंग-बिरंगी इस दुनिया से ,
हमारा परिचय कराते हैं वह,,
देकर जन्म हमें हर फर्ज निभाते हैं वह।।
अनगिनत कष्ट उठातें वह,
हमें अक्ल आने तक,और फिर सम्भल जाने तक ,,
जब कभी लड़खड़ाते हम ।
हर कदम पर हाथ-थामे नजर आते हैं, वह ।।
अनगिनत उपकार होते हैं, उनके बच्चों पर ,,
जिन्हें चाहें तो हम भुला दें, या थोड़ा समझकर ।
उनसे सीखते हुए, सँवर जाएँ हम।।
थोड़ा सा कृतज्ञ होकर ,
आंखों में सम्मान, हाथों को जोड़कर ,,
श्रद्धा पूर्वक नतमस्तक होकर ,,,
जो चाहें वो मांग लो।
मुकद्दर से मिले या ना ...
हमारा परिचय कराते हैं वह,,
देकर जन्म हमें हर फर्ज निभाते हैं वह।।
अनगिनत कष्ट उठातें वह,
हमें अक्ल आने तक,और फिर सम्भल जाने तक ,,
जब कभी लड़खड़ाते हम ।
हर कदम पर हाथ-थामे नजर आते हैं, वह ।।
अनगिनत उपकार होते हैं, उनके बच्चों पर ,,
जिन्हें चाहें तो हम भुला दें, या थोड़ा समझकर ।
उनसे सीखते हुए, सँवर जाएँ हम।।
थोड़ा सा कृतज्ञ होकर ,
आंखों में सम्मान, हाथों को जोड़कर ,,
श्रद्धा पूर्वक नतमस्तक होकर ,,,
जो चाहें वो मांग लो।
मुकद्दर से मिले या ना ...