जिंदगी जीने का सलीका आ गया ||
जिंदगी जीने का सलीका आ गया ||
आंखें में नमी और होठों से मुस्कुराना आ गया ||
मंजर हैं कई जिंदगी की राहों में,
हर मंजर है खुशनुमा
ये दिल को समझाना आ...
आंखें में नमी और होठों से मुस्कुराना आ गया ||
मंजर हैं कई जिंदगी की राहों में,
हर मंजर है खुशनुमा
ये दिल को समझाना आ...