बदल ही जाती है
चाहे कितना भी लाड़ क्यों ना लगा लो पर,
ब्याह के बाद ये बेटियां बदल ही जाती है।।
बात बात पे नखरें दिखानें वाली
आज स्वयं सबके नखरें उठाती हैं।
अपनी फरमाइशें पूरी करवानें वाली
आज सबकी फरमाइशों का
ध्यान रखने लगी है।।
कभी रसोई घर में पैर नहीं रखने वाली
अब सुबह सवेरे पौह फटने से पहले ही
रसोड़े में नज़र आती है।।
दूध का गिलास पकड़ने वाली
अब...
ब्याह के बाद ये बेटियां बदल ही जाती है।।
बात बात पे नखरें दिखानें वाली
आज स्वयं सबके नखरें उठाती हैं।
अपनी फरमाइशें पूरी करवानें वाली
आज सबकी फरमाइशों का
ध्यान रखने लगी है।।
कभी रसोई घर में पैर नहीं रखने वाली
अब सुबह सवेरे पौह फटने से पहले ही
रसोड़े में नज़र आती है।।
दूध का गिलास पकड़ने वाली
अब...