...

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मुझे ऐसे अपनाना तुम
सुबह को खिड़की से
पर्दे हटा देना तुम
मुझको धूप से जगा देना
मुझपर ज़ुल्फ़ें झटका देना तुम।

नाश्ते की टेबल पर
इश्क़ परोस देना तुम
आँखों से कॉफ़ी पिला देना
लबों से मिश्री घोल देना तुम।

मैं आफिस जाऊँ तो
दरवाज़े तक छोड़ने आना तुम
मेरा टिफिन भी पकड़ा देना
भले उसमें मैग्गी बना देना तुम।

मैं जब न्यूज़ देखूँ तो
नरुटो एनिमे चलाना तुम
जानकर मुझे गुस्सा दिला देना
फिर मुझसे लिपट जाना तुम।

रात जब आये तो
कमरा महका देना तुम
न आँखों मे खुद ही नींद लाना
न मुझको सोने देना तुम।

चलो ये कुछ भी मत करना
बस यूँही लौट आना तुम
मुझको अपना बना लेना
खुदको मेरा कर जाना तुम

©® हिरण
@AashutoshShukla

#love #gazal #nazm
© हिरण