...

11 views

वाह वाह होती है
एक शायर की एक जिंदगी तबाह होती है
तब जा कर कहीं वाह वाह होती है

दर्द होता है जख्म होते है
और शायरी क्या होती है

अधूरी ख्वाहिशो का कल्पना घर कहिए
कुछ पल सुकून की हवा होती है

जो मर्ज समझ ना आते है तबीबो के भी
कुछ ऐसे मर्जों की दवा होती है

ये जो मुर्दे है सड़क पर हंसते हुए
फैली शहर में इश्क की बवा होती है

उनके लिए तो जन्नत है ये
जिससे खुशियां खफा होती है

पर तुझमें हुनर कोई कहां है " दीप "
तेरी बातें तो रफा दफा होती है

एक शायर की एक जिंदगी तबाह होती है
तब जा कर कहीं वाह वाह होती है


© शायर मिजाज