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कविता
कविता मात्र
कागज पर
कलम से
लिखी गई
कुछ पंक्तियाँ
नही हैं।
उसका
हर शब्द
केवल
वर्णमाला
का योग
नहीं है,
जो
आपस में
जोड़ तोड़
कर
लिख लिया।
कविता
यात्रा है
हजारों
वर्षों की
जो हमारे
पूर्वजों की
तपश्चर्या
का
अनुपम
फल है।
वेदो से
सतत
प्रवाहित
उपनिषदों
से संशोधित
पुराणों की
निर्मलता लिए।
तुलसी की
मानस का
रसपान
सुर मीरा
रसखान
की
दिवानगी
कबीर
का
अल्हडपन हैं।
शान्त
माधुर्य
भक्ति
वीर
आदि
एकादश
भाव लिये।
मन के विचारों
को साझा
करने का
आदिकालीन
विकल्प है।
पतन होते
संस्कारों के
रक्षा हित
कविता मानव
कल्याण का
संकल्प है।
© सिंहनाद
कागज पर
कलम से
लिखी गई
कुछ पंक्तियाँ
नही हैं।
उसका
हर शब्द
केवल
वर्णमाला
का योग
नहीं है,
जो
आपस में
जोड़ तोड़
कर
लिख लिया।
कविता
यात्रा है
हजारों
वर्षों की
जो हमारे
पूर्वजों की
तपश्चर्या
का
अनुपम
फल है।
वेदो से
सतत
प्रवाहित
उपनिषदों
से संशोधित
पुराणों की
निर्मलता लिए।
तुलसी की
मानस का
रसपान
सुर मीरा
रसखान
की
दिवानगी
कबीर
का
अल्हडपन हैं।
शान्त
माधुर्य
भक्ति
वीर
आदि
एकादश
भाव लिये।
मन के विचारों
को साझा
करने का
आदिकालीन
विकल्प है।
पतन होते
संस्कारों के
रक्षा हित
कविता मानव
कल्याण का
संकल्प है।
© सिंहनाद
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