...

3 views

ऐतबार
होश सम्हाला तुझे जाना तुझे प्यार किया,
मेरे महबूब तेरी हर बात पे ऐतबार किया।

खुदा गिल्मा व कयामत को माना बरहक,
रोजे जजा के लिए खुद को तैयार किया।

मै जानता हूँ बकशिश के लायक हूँ नहीं,
पर आप के नाम पे दिल को बीमार किया।

© abdul qadir