जाने ये किस का बनाया हुआ क़ायदा है
जाने ये किस का बनाया हुआ क़ायदा है
मेरा कैसा ये ग़म से मुहायदा है
उम्मीद ऐ बेहतरी से भी हलकान हैं
सुना था सभी को रब की रहमतों का वादा है
न उम्मीद नहीं हुआ अब तक आस ...
मेरा कैसा ये ग़म से मुहायदा है
उम्मीद ऐ बेहतरी से भी हलकान हैं
सुना था सभी को रब की रहमतों का वादा है
न उम्मीद नहीं हुआ अब तक आस ...