वो और वो
जो उनसे बात हो जाती है
सर्दी में जैसे शाम हो जाती है
कैसे बयाँ करू जज्बात अपने
बातें...
सर्दी में जैसे शाम हो जाती है
कैसे बयाँ करू जज्बात अपने
बातें...