दूरी...
मुजमे कुछ कमी है, पर तू भी तो अधूरी है...
फासले तो मिट गए लेकिन, नजाने केसी ये दूरी हैं...
संभल संभल कर चलना पड़ता है...
बात बात पे लड़ना बड़ा अखरता है...
मुश्किल है राहे क्योंकि रास्ते जो मुड़े थे...
ना थे...
फासले तो मिट गए लेकिन, नजाने केसी ये दूरी हैं...
संभल संभल कर चलना पड़ता है...
बात बात पे लड़ना बड़ा अखरता है...
मुश्किल है राहे क्योंकि रास्ते जो मुड़े थे...
ना थे...