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मैं पर्यावरण हूँ ! 🌳🌴🌼🌻🦘🐇🐿
नमस्कार,
मैं पर्यावरण हूँ !
प्रकृति, जीव- जंतू और सभी जैविक अजैविक चीजों का मैं एकीकरण हूँ |
मैं ही उडता बादल, ☁☁
मैं ही बहता पानी,
मैं ही सहारा की रेत,
मैं ही हिमालय की कहानी |
मैं ही पुष्पों का रंग हूँ, 🌼🌻🌺🌸
मैं ही वृक्षों की उमंग हूँ, 🌲🌳🌴
मैं ही पशुओं का हुडदंग, 🐒🐈🦁🐅🐎
मैं ही सरोवर में उठती पानी की तरंग हूँ , 🏝
मैं ही भवरों का गीत,
मैं ही पक्षियों का मृदंग हूँ | 🦜🕊🐦
मैं ही हूँ ये उड़ती हवाएँ,
मैं ही इन वादियों में मलंग हूँ |

ऐ मानव,
तू भी मेरा ही एक हिस्सा है,
तेरे मेरे साथ का ये बड़ा पुराना किस्सा है |
मैंने ही तुझे स्थान दिया,
बुद्धीजीवी होने का वरदान दिया,
मैंने ही तुझे से धरती दी आकाश दिया,
अपने दिल में तुझे निवास दिया,
मैंने तुझे साँस दिया, एहसास दिया,
पानी लगने पर प्यास दिया,
मैंने ही तुझे हरियाली दी,
मैंने ही तुझे खुशहाली दी,
मैंने ही दिए तुझे ये खूबसूरत, वरदाई वन
और गंगा मैया पाप धुलने वाली दी |
एक तेरे विकास के खातिर
मैंने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया |
पर तुने,
मुझे दगा दिया,
प्रकृति को तूने तबाह किया,
मेरे परिवार के सदस्यों पर किये हैं
तूने जुल्म तमाम,
छीन ली हरियाली तूने मेरे वनों से
किया तूने वृक्षों का कत्लेआम ।
आज तेरे लोभ और स्वार्थ की अग्नी में जल रही है धरती,
फट रहा है ये आसमान,
तेरे ही द्वारा फैलाए प्रदूशण के चलते
बढता जा रहा है तापमान ।
तुने ही सागर और नदिया का दूषित किया,
छीन ली तूने झीलो से वो शीतल तरंग,
तेरी परिवर्तन की भूख ने
बदल डाला सबके जीने का ढंग ।
अभी भी वक्त है सम्हल जा,
तेरा जीवन सँवर जाएगा |
नहीं तो प्रकृत्ती के कहर से तू नहीं बच पाएगा।
याद रखना हमसे तू है,
तुझसे हम नहीं,
क्या तुझे जिसने पाल पोसकर काबिल बनाया
उसी को कष्ट पहुंचाने का
तुझे जरा सा भी गम नहीं। 🥺🙁
मैं पर्यावरण हूँ!
तेरे जीवन का मैं समीकरण हूँ ||

#save Nature= save life


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