पहली मुलाकात
कतराती शरमाती, झिझकती हुई बात
याद है मुझे हमारी पहली मुलाकात
कभी तिरछी नजर से हम देखते रहे
कभी तिरछी नज़र से तुम देखते रहे
बातो बातो में छूं लिया, तुमने मेरा हाथ
याद है मुझे हमारी पहली मुलाकात
हम तुम मिले जैसे काफिया गजल का
इश्क ने कर लिया...
याद है मुझे हमारी पहली मुलाकात
कभी तिरछी नजर से हम देखते रहे
कभी तिरछी नज़र से तुम देखते रहे
बातो बातो में छूं लिया, तुमने मेरा हाथ
याद है मुझे हमारी पहली मुलाकात
हम तुम मिले जैसे काफिया गजल का
इश्क ने कर लिया...